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मैं अपने सिर पर कंबल खींचा और क्रिसमस के बारे में सोच की कोशिश की. पर भूरे चेहरे पर अब भी मेरा पीछा किया. यह और मैं समझ गया कि यह कुछ कबूल वांछित. मैं अपने कुछ सुखद और खतरनाक क्षेत्र में घटता चला आत्मा को महसूस किया, और फिर मैं इसे मेरे लिए इंतजार कर पाया.
— (book)
by James Joyce
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Language: | Hindi |
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