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अभी तक ठीक एक दिन, उत्साह में आकर, बाद उठाया था टेलीफोन और बांड कि उसे लाया था एक पचास हजार डॉलर के लिए एक आयोग का आदेश ले लिया, बस ऐसे ही, यह बहुत वाक्यांश उनके दिमाग में था. दीवार वह और कुछ दूसरों को सड़क पर बन गए थे ठीक है कि ब्रह्मांड के - परास्नातक.
— (book)
by Tom Wolfe
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Language: | Hindi |
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